Generic selectors
Exact matches only
Search in title
Search in content
Post Type Selectors
Home » Central Govt Scheme | Pradhan Mantri Yojana » न्यू पेंशन स्कीम (NPS) क्या है? | New Pension Scheme

न्यू पेंशन स्कीम (NPS) क्या है? | New Pension Scheme

Join WhatsApp Channel Join Now
Join Telegram Channel Join Now
Join YouTube Channel Join Now

न्यू पेंशन स्कीम (NPS) एक पेंशन योजना है जिसे भारत सरकार ने 1 जनवरी 2004 को लागू किया। इसका उद्देश्य सरकारी और निजी क्षेत्र के कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के बाद वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। NPS को पुराने ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) के विकल्प के रूप में पेश किया गया, जो कि परिभाषित लाभ योजना थी। NPS एक परिभाषित योगदान (Defined Contribution) योजना है, जिसमें पेंशन की राशि कर्मचारियों के योगदान और निवेश के रिटर्न पर निर्भर करती है।

न्यू पेंशन स्कीम (NPS) क्या है? | New Pension Scheme

न्यू पेंशन स्कीम (NPS) की विशेषताएँ

  1. परिभाषित योगदान योजना: NPS एक परिभाषित योगदान योजना है, जिसमें कर्मचारी और नियोक्ता दोनों एक निश्चित राशि का योगदान करते हैं। सेवानिवृत्ति के समय पेंशन की राशि इस योगदान और उस पर अर्जित निवेश रिटर्न पर आधारित होती है।
  2. स्वैच्छिक और लचीला: NPS सभी भारतीय नागरिकों के लिए खुला है। सरकारी और निजी क्षेत्र के कर्मचारी इसे अपनाने के लिए स्वतंत्र हैं। कर्मचारी अपनी सुविधानुसार राशि का योगदान कर सकते हैं और निवेश के विकल्पों को भी चुन सकते हैं।
  3. मार्केट-लिंक्ड रिटर्न: NPS एक मार्केट-आधारित पेंशन योजना है, जिसका अर्थ है कि इसमें निवेश किया गया धन शेयर बाजार, बांड और अन्य वित्तीय साधनों में निवेश होता है। इसका रिटर्न पूरी तरह से मार्केट पर निर्भर करता है, जिससे पेंशन राशि में उतार-चढ़ाव हो सकता है।
  4. फंड मैनेजमेंट: NPS के तहत, पेंशन फंड मैनेजर आपके योगदान को विभिन्न निवेश विकल्पों में लगाते हैं। इन विकल्पों में इक्विटी (शेयर), कॉरपोरेट बॉन्ड, और सरकारी सिक्योरिटीज शामिल हैं। निवेशक अपनी जोखिम उठाने की क्षमता के आधार पर फंड के निवेश मिश्रण को चुन सकते हैं।
  5. सरकारी योगदान: सरकारी कर्मचारियों के लिए, NPS में सरकार का योगदान कर्मचारी के वेतन का 14% होता है, जबकि कर्मचारी स्वयं अपने वेतन का 10% योगदान करते हैं। यह योगदान कर्मचारियों के NPS खाते में नियमित रूप से किया जाता है।
यह भी पढ़े :  ICDS Scheme - एकीकृत बाल विकास कार्यक्रम

यूनिफाइड पेंशन स्कीम क्या है? 

निवेश के विकल्प, खाता प्रकार और लाभ

  1. निवेश के विकल्प: NPS के अंतर्गत तीन प्रकार के निवेश विकल्प होते हैं:
  2. टियर I और टियर II खाते: NPS के दो प्रकार के खाते होते हैं:
    • टियर I खाता: यह एक पेंशन खाता है, जिसमें योगदान की गई राशि को सेवानिवृत्ति तक नहीं निकाला जा सकता।
    • टियर II खाता: यह एक स्वैच्छिक बचत खाता है, जिसमें से राशि को कभी भी निकाला जा सकता है।
  3. सेवानिवृत्ति पर लाभ: सेवानिवृत्ति के समय, NPS खाते में जमा राशि का एक हिस्सा (60%) निकाला जा सकता है, जो कर मुक्त होता है। शेष 40% राशि से एक वार्षिकी योजना खरीदी जाती है, जो पेंशन के रूप में जीवन भर भुगतान करती है।
  4. कर लाभ: NPS में योगदान पर कर छूट का लाभ मिलता है। धारा 80C और 80CCD(1B) के तहत 2 लाख रुपये तक की कर छूट प्राप्त की जा सकती है।

NPS योजना की मुख्य बाते

मुख्य बिंदुविवरण
योजना का नामन्यू पेंशन स्कीम (NPS)
लॉन्च की तारीखजनवरी 2004
लक्ष्यसरकारी और निजी क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए रिटायरमेंट के बाद वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना
रिटर्नमार्केट-आधारित, निवेश के आधार पर रिटर्न में उतार-चढ़ाव संभव
फंड मैनेजमेंटपेंशन फंड मैनेजर द्वारा विभिन्न निवेश विकल्पों (इक्विटी, बॉन्ड, सरकारी सिक्योरिटीज) में निवेश
सरकारी योगदानसरकारी कर्मचारियों के लिए, सरकार 14% और कर्मचारी 10% योगदान करते हैं
खाते के प्रकारटियर-I (रिटायरमेंट खाता, कर छूट के साथ) और टियर-II (वॉलंटरी खाता, बिना कर छूट के)
रिटायरमेंट के समय विकल्प60% तक एकमुश्त निकासी, 40% अनिवार्य वार्षिकी योजना में निवेश
पोर्टेबिलिटीनौकरी या स्थान बदलने पर खाता पोर्टेबल, पूरे देश में संचालित किया जा सकता है
कर लाभधारा 80CCD के तहत 1.5 लाख रुपये तक कर छूट, धारा 80CCD(1B) के तहत अतिरिक्त 50,000 रुपये छूट
फायदेलॉन्ग-टर्म ग्रोथ, कम शुल्क, पोर्टेबिलिटी
सीमाएँरिटर्न में अनिश्चितता, टियर-I खाते में निकासी प्रतिबंध, वार्षिकी में अनिवार्य निवेश

न्यू पेंशन स्कीम (NPS) की सीमाएँ

  1. रिटर्न में अनिश्चितता: चूंकि NPS पूरी तरह से मार्केट पर आधारित है, इसलिए इसके रिटर्न में अनिश्चितता बनी रहती है। बाजार के उतार-चढ़ाव का सीधा असर पेंशन राशि पर पड़ सकता है।
  2. निकासी प्रतिबंध: NPS के टियर-I खाते में जमा राशि को रिटायरमेंट से पहले निकालने पर कई प्रतिबंध हैं। कुछ विशेष परिस्थितियों में ही निकासी की अनुमति दी जाती है, जैसे कि गंभीर बीमारी, उच्च शिक्षा या घर खरीदने के लिए।
  3. वार्षिकी में अनिवार्य निवेश: रिटायरमेंट के बाद, 40% राशि को वार्षिकी योजना में अनिवार्य रूप से निवेश करना पड़ता है, जिससे निवेशक की मासिक पेंशन निश्चित हो जाती है। हालांकि, इससे पेंशनधारक की वित्तीय स्वतंत्रता कुछ हद तक सीमित हो जाती है।
यह भी पढ़े :  पीएम किसान सम्मान निधि योजना लिस्ट में अपना नाम कैसे देखें?

NPS के फायदे

  1. लॉन्ग-टर्म ग्रोथ: NPS का निवेश दीर्घकालिक होता है, जिससे रिटायरमेंट तक आपके निवेश पर अच्छा रिटर्न मिल सकता है। इसके अलावा, चूंकि यह निवेश विभिन्न वित्तीय साधनों में होता है, इसलिए यह लंबी अवधि में आर्थिक सुरक्षा प्रदान करता है।
  2. कम शुल्क: NPS की एक और महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि इसके फंड मैनेजमेंट शुल्क अन्य पेंशन योजनाओं के मुकाबले काफी कम होते हैं, जिससे निवेशकों को उनके निवेश का अधिकतम लाभ मिलता है।
  3. पोर्टेबिलिटी: NPS खाते को देश के किसी भी कोने से संचालित किया जा सकता है, जिससे स्थान परिवर्तन पर भी इसमें कोई बाधा नहीं आती है।

NPS और OPS में अंतर

  1. वित्तीय बोझ: NPS में सरकार और कर्मचारी दोनों का योगदान होता है, जिससे सरकार के वित्तीय बोझ को कम करने में मदद मिलती है, जबकि OPS में पूरा बोझ सरकार पर था।
  2. परिभाषित योगदान बनाम परिभाषित लाभ: OPS में पेंशन की राशि पहले से निश्चित होती थी, जबकि NPS में यह निवेश पर निर्भर करती है।
  3. जोखिम और रिटर्न: NPS में पेंशन राशि बाजार के प्रदर्शन पर निर्भर करती है, जिससे इसमें जोखिम और संभावित उच्च रिटर्न दोनों होते हैं।

न्यू पेंशन स्कीम के लाभ और चुनौतियाँ

लाभ:

  • लचीलापन और पारदर्शिता।
  • कर छूट और निवेश विकल्प।
  • सेवानिवृत्ति के बाद स्थायी पेंशन आय।

चुनौतियाँ:

  • बाजार जोखिम।
  • OPS की तुलना में कम स्थिरता।
  • पेंशन की राशि की अनिश्चितता।

समापन

न्यू पेंशन स्कीम (NPS) भारत में सेवानिवृत्ति के लिए एक आधुनिक और लचीला विकल्प है, जो सरकारी और निजी क्षेत्र दोनों के कर्मचारियों को उपलब्ध है। हालांकि इसमें बाजार जोखिम जुड़ा हुआ है, लेकिन यह सेवानिवृत्ति के बाद एक सुरक्षित वित्तीय भविष्य सुनिश्चित करने का एक प्रभावी माध्यम है। NPS की सफलता इस पर निर्भर करती है कि व्यक्ति कैसे अपने निवेश का प्रबंधन करता है और बाजार की परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लेता है।

यह भी पढ़े :  Kisan Suvidha Portal 2024: किसान सुविधा पोर्टल एक स्मार्ट ऐप, यहाँ मिलेगी पूरी जानकारी

योजना नोटिफिकेशन 🔔 पाने के लिए ग्रुप जॉइन करे

व्हाट्सऐप ग्रुप जॉइन करेWhatsApp Channel | Group 1 | Group 2 | Group 3
टेलीग्राम ग्रुप जॉइन करेJoin Telegram Group
सोशल मिडिया ग्रुप जॉइन करेGoogle News | Facebook | YouTube | Instagram | Pinterest | Twitter
YojanaHindiMe HomeClick Here

Leave a Comment