MP Bhulekh Survey Number: मध्य प्रदेश में जमीन के रिकॉर्ड को व्यवस्थित करने के लिए सरकार द्वारा एक विशेष प्रणाली बनाई गई है, जिसे “भूलेख” कहा जाता है। इस प्रणाली में जमीन से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी जैसे स्वामित्व, क्षेत्रफल, और स्थान आदि को डिजिटल रूप में संग्रहीत किया जाता है। इसमें एक खास शब्द आता है – सर्वे नंबर, जिसे आमतौर पर “खसरा संख्या” के नाम से भी जाना जाता है। तो आइए समझते हैं कि यह क्या होता है और इससे जुड़ी अन्य जानकारी।

एमपी भूलेख सर्वे नंबर या “खसरा संख्या” क्या है?
“खसरा संख्या” मध्य प्रदेश में किसी भी जमीन के एक विशिष्ट हिस्से को पहचानने के लिए दी गई एक अनूठी संख्या होती है। यह संख्या उस जमीन के भौगोलिक और कानूनी पहचान को दर्शाती है। हर खेत, प्लॉट या जमीन के टुकड़े को एक अलग खसरा संख्या दी जाती है, जिससे उसकी स्थिति और स्वामित्व का पता लगाना आसान हो जाता है। यह संख्या भूलेख रिकॉर्ड में दर्ज होती है और जमीन से संबंधित सभी दस्तावेजों में इसका उल्लेख होता है।
खसरा खतौनी नाम अनुसार MP
मध्य प्रदेश में “खसरा” और “खतौनी” दो अलग-अलग लेकिन जुड़े हुए दस्तावेज हैं। खसरा संख्या जमीन के टुकड़े की पहचान करती है, जबकि “खतौनी” उस जमीन के मालिक या भू-स्वामी का विवरण देती है। अगर आप मध्य प्रदेश में किसी व्यक्ति के नाम से खसरा या खतौनी देखना चाहते हैं, तो आपको भूलेख पोर्टल (mpbhulekh.gov.in) पर जाना होगा। वहां आप नाम, खसरा संख्या या गाँव के आधार पर जानकारी खोज सकते हैं।
एमपी भूलेख खसरा खतौनी
खसरा और खतौनी दोनों ही भूलेख के अभिन्न अंग हैं। खसरा संख्या के जरिए आप जमीन का नक्शा, क्षेत्रफल और सीमाएं देख सकते हैं, जबकि खतौनी में भू-स्वामी का नाम, जमीन का प्रकार (कृषि, आवासीय आदि) और अन्य अधिकारों का विवरण होता है। मध्य प्रदेश सरकार ने इसे ऑनलाइन उपलब्ध कराया है ताकि लोग आसानी से अपने दस्तावेजों की जाँच कर सकें और पारदर्शिता बनी रहे।
एमपी भूलेख नक्शा
भूलेख में जमीन का नक्शा भी शामिल होता है, जो खसरा संख्या के आधार पर तैयार किया जाता है। यह नक्शा उस जमीन की सीमाओं और आसपास के क्षेत्र को दर्शाता है। अगर आपको अपने प्लॉट या खेत का नक्शा चाहिए, तो आप भूलेख पोर्टल पर खसरा संख्या डालकर इसे डाउनलोड कर सकते हैं। यह नक्शा जमीन के विवादों को सुलझाने या उसकी सही स्थिति जानने में बहुत मददगार होता है।
प्लॉट संख्या
कई बार लोग “प्लॉट संख्या” और “खसरा संख्या” को एक ही समझ लेते हैं, लेकिन इनमें अंतर हो सकता है। खसरा संख्या मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में जमीन के टुकड़ों के लिए प्रयोग होती है, जबकि प्लॉट संख्या आमतौर पर शहरी क्षेत्रों में कॉलोनी या आवासीय योजना में दी जाती है। भूलेख में ग्रामीण जमीन के लिए खसरा संख्या ही प्राथमिक होती है।
भू-स्वामी
भू-स्वामी वह व्यक्ति या समूह होता है, जिसके नाम पर जमीन का मालिकाना हक दर्ज होता है। भूलेख रिकॉर्ड में खतौनी के जरिए भू-स्वामी का नाम देखा जा सकता है। अगर जमीन का मालिक बदलता है, तो इसे भूलेख में अपडेट करवाना जरूरी होता है ताकि रिकॉर्ड सही और कानूनी रूप से मान्य रहे।
एमपी भूलेख सर्वे नंबर या खसरा संख्या जमीन की पहचान और स्वामित्व को समझने का आधार है। मध्य प्रदेश सरकार ने इस जानकारी को ऑनलाइन उपलब्ध कराकर लोगों के लिए इसे आसान बना दिया है। आप भूलेख पोर्टल पर जाकर खसरा, खतौनी, नक्शा और भू-स्वामी की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यह प्रणाली न केवल पारदर्शिता लाती है, बल्कि जमीन से जुड़े विवादों को कम करने में भी मदद करती है।
अगर आपको अपनी जमीन की जानकारी चाहिए, तो आज ही मध्य प्रदेश भूलेख पोर्टल पर जाएँ और अपनी खसरा संख्या देखे!
एमपी भूलेख सर्वे नंबर या “खसरा संख्या” ऑनलाइन कैसे देखे
मध्य प्रदेश में अपनी जमीन का सर्वे नंबर या “खसरा संख्या” ऑनलाइन देखने के लिए आप एमपी भूलेख पोर्टल का उपयोग कर सकते हैं। यह प्रक्रिया आसान और सुविधाजनक है। नीचे दिए गए चरणों का पालन करें-

एमपी भूलेख सर्वे नंबर (खसरा संख्या) ऑनलाइन देखने की प्रक्रिया: MP Bhulekh Survey Khasra Number
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं:
सबसे पहले एमपी भूलेख की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। वेबसाइट का पता है: mpbhulekh.gov.in अपने ब्राउज़र में इसे खोलें। - खसरा/खतौनी/नक्शा चुनें:
इसके बाद “भू-अभिलेख” या “Bhu-Abhilekh (Khasra/Khatauni/Map)” का विकल्प चुनें। यह आपको खसरा संख्या देखने की सुविधा देगा। - जिला, तहसील और गाँव का चयन करें:
अब आपको अपने जिले (District), तहसील (Tehsil), और गाँव (Village) का चयन करना होगा। ये विकल्प ड्रॉपडाउन मेन्यू में उपलब्ध होंगे। अपनी जमीन से संबंधित सही जानकारी चुनें। - खसरा संख्या या अन्य विवरण दर्ज करें:
- यदि आपको अपनी खसरा संख्या पहले से पता है, तो उसे दर्ज करें।
- अगर आपको खसरा संख्या नहीं पता, तो आप मालिक का नाम (Landowner Name) या प्लॉट नंबर का उपयोग करके भी खोज सकते हैं।
- इसके अलावा, Unique Land Parcel Identification Number (ULPIN) या भू-स्वामी आईडी का भी उपयोग किया जा सकता है।
- कैप्चा कोड भरें:
सुरक्षा के लिए स्क्रीन पर दिख रहा कैप्चा कोड दर्ज करें। - विवरण देखें:
सभी जानकारी भरने के बाद “विवरण देखें” (View Details) या “Submit” बटन पर क्लिक करें। इसके बाद आपकी जमीन का खसरा संख्या और उससे जुड़ी जानकारी स्क्रीन पर प्रदर्शित हो जाएगी। - डाउनलोड या प्रिंट करें (वैकल्पिक):
यदि आपको खसरा संख्या की प्रति चाहिए, तो आप इसे डाउनलोड या प्रिंट कर सकते हैं। ध्यान दें कि प्रमाणित प्रति (Digitally Signed Copy) के लिए आपको लॉगिन करना और शुल्क देना पड़ सकता है।
अतिरिक्त टिप्स:
- पंजीकरण की आवश्यकता: सामान्य जानकारी देखने के लिए पंजीकरण जरूरी नहीं है, लेकिन प्रमाणित दस्तावेज डाउनलोड करने के लिए आपको पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा।
- मोबाइल से उपयोग: आप इस पोर्टल को अपने मोबाइल ब्राउज़र से भी खोल सकते हैं।
- सहायता: अगर आपको कोई समस्या हो, तो पोर्टल पर दिए गए हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
इस तरह, आप घर बैठे आसानी से अपनी जमीन का सर्वे नंबर या खसरा संख्या ऑनलाइन देख सकते हैं। यह सेवा मध्य प्रदेश सरकार की ओर से नागरिकों के लिए मुफ्त और पारदर्शी बनाई गई है।