राष्ट्रिय सेवा योजना (National Service Scheme – NSS) भारत सरकार के द्वारा संचालित कार्यक्रम है। इसके तहत छात्र विभिन्न गतिविधियों में भाग लेने वाले विद्यार्थी, समाज के लोगों के साथ मिलकर समाज के हित के लिए कार्य करते है। भारत देश में छात्रों को राष्ट्रीय सेवा के कार्य में शामिल करने का विचार राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के समय का है। केंद्रीय थीम जिसे उन्होंने छात्रों के लिए बार-बार जोर दिया वह यह थी कि छात्रों को अपने समक्ष सदैव अपनी सामाजिक जिम्मेदारी रखनी चाहिए।
छात्रों का प्रथम कर्तव्य उनके अध्ययन की अवधि को केवल बौद्धिक ज्ञान तक ही सीमित न रखकर स्वयं को ऐसे व्यक्तियों की सेवा में समर्पित करना है, जिन्होंने राष्ट्र की वस्तुओं और सेवाओं के साथ हमारे देश को आवश्यक चीजें प्रदान की है जो कि समाज के लिए अति आवश्यक है।
राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से छात्रों को देश के विभिन्न समुदाय के साथ जीवंत संपर्क स्थापित करना है। इस योजना में आर्थिक और सामाजिक निशक्तता के स्थान पर शैक्षिक शोध के स्थान पर छात्रों को कुछ सकारात्मक करना चाहिए ताकि ग्रामीण लोगो के जीवन को अधिक ऊँचा और नैतिक स्तर पर उठाया जा सके।
राष्ट्रीय सेवा योजना
NSS – राष्ट्रीय सेवा योजना भारत सरकार, युवा मामले और खेल मंत्रालय की एक केंद्रीय योजना है। इस योजना में 10+2 बोर्ड स्तर पर स्कूलों के 11वीं और 12वीं कक्षा के युवा छात्रों और भारत के कॉलेजों और विश्वविद्यालय स्तर पर तकनीकी संस्थानों, स्नातक और स्नातकोत्तर के छात्रों को शामिल किया जाता है। एनएसएस की स्थापना वर्ष 1969 में की गयी थी। एनएसएस का आदर्श वाक्य “मैं नहीं बल्कि आप” है। विभिन्न विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और उच्च शिक्षा संस्थानों में छात्रों ने विभिन्न सामुदायिक सेवा कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए स्वेच्छा से राष्ट्रीय सेवा योजना में भाग लिया है। अभी NSS में 3.8 मिलियन से अधिक छात्र योजना में भाग ले रहे है।
एनएसएस का उद्देश्य
राष्ट्रीय सेवा योजना का मुख्य उद्देश्य देश के छात्रों को बौद्धिक ज्ञान देने के साथ में लोगो के प्रति सेवा भाव विकसित करना है। इससे युवा छात्रों में मानव सेवा गुण का विकास एवं सामुदायिक सेवा प्रदान करने में व्यावहारिक अनुभव प्रदान होगा।
- लोगो को साफ-सफाई के प्रति जागरूक करना
- विभिन्न समुदायों के बीच जा कर उनकी संस्कृति, बोली, भाषा शैली जानना।
- विभिन्न प्रकार से लोगो की मदद करना
- प्रकृति का संरक्षण
- ग्लोबलवार्मिंग
- प्रदूषण नियंत्रण
राष्ट्रीय सेवा योजना का मुख्य बिंदु
योजना का नाम | राष्ट्रीय सेवा योजना |
विभाग | युवा मामले और खेल मंत्रालय, भारत सरकार |
योजना शुरू की गयी | वर्ष 1969 |
NSS आदर्श वाक्य (Motto) | मैं नहीं बल्कि आप |
योजना प्रकार | केंद्रीय |
आधिकारिक वेबसाइट | nss.gov.in |
एनएसएस बैज की विशेषताएं
- सभी युवा स्वयंसेवक एनएसएस के नेतृत्व वाली सामुदायिक सेवा के माध्यम से राष्ट्र की सेवा करने का विकल्प चुनते है।
- स्वयंसेवक एनएसएस बैज पहनते हैं। और जरूरतमंदों की मदद करने के प्रति जिम्मेदारी की भावना रखते हैं।
- एनएसएस बैज में 8 बार वाला कोणार्क पहिया होता है।
- जो दिन के 24 घंटों का प्रतीक है, तथ पहनने वाले को चौबीसों घंटे देश की सेवा के लिए तैयार रहने की याद दिलाता है।
- बैज में लाल रंग एनएसएस स्वयंसेवकों द्वारा प्रदर्शित ऊर्जा और भावना का प्रतीक है।
- नीला रंग उस ब्रह्मांड का प्रतीक है जिसका एनएसएस एक छोटा सा हिस्सा है, जो मानव जाति के कल्याण के लिए अपना योगदान देने के लिए तैयार है।
NSS वोलेंटियर को ये लाभ मिलेंगे
- एक कुशल सामाजिक नेता बन सकेगा।
- एक कुशल प्रशासक
- एक ऐसा व्यक्ति जो मानव स्वभाव को समझता है, एवं मानव सेवा के प्रति अपनी जिम्मेदारी
राष्ट्रीय सेवा योजना प्रमुख गतिविधियाँ
एनएसएस योजना के तहत निम्न गतिविधिया की जाती है :-
राष्ट्रीय एकता शिविर (NIC)
राष्ट्रीय एकता शिविर (National Integration Camp) हर साल आयोजित किया जाता है।
- प्रत्येक शिविर की अवधि दिन-रात के भोजन और आवास के साथ 7 दिनों की होती है।
- ये कैंप देश के अलग-अलग हिस्सों, गांवो में आयोजित किए जाते है।
- प्रत्येक शिविर में निर्धारित गतिविधियों को करने के लिए 200 एनएसएस वोलेंटियर शामिल होते हैं।
एनएसएस गणतंत्र दिवस परेड शिविर (NSS Republic Day Parade Camp)
एनएसएस स्वयंसेवकों का पहला गणतंत्र दिवस शिविर 1988 में आयोजित किया गया था। 200 एनएसएस स्वयंसेवकों का एक दल रक्षा मंत्रालय के दिशानिर्देशों और आवश्यकता के अनुसार हर साल 26 जनवरी को राजपथ, नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेता है।
राष्ट्रीय युवा उत्सव (National Youth Festivals)
भारत सरकार, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय द्वारा हर साल 12 से 16 जनवरी तक देश के विभिन्न हिस्सों में राज्य सरकारों के सहयोग से राष्ट्रीय युवा महोत्सव आयोजित किए जाते हैं।
राष्ट्रीय सेवा योजना पुरस्कार (National Service Scheme Award)
युवा एनएसएस छात्र स्वयंसेवकों को सामुदायिक सेवा के माध्यम से अपना व्यक्तित्व विकसित एवं प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न श्रेणीयो में पुरस्कार दिया जाता है।
इन पुरस्कारों की स्थापना वर्ष 1993-1994 में की गई थी।
तब से, ये पुरस्कार हर साल विभिन्न स्तरों पर दिए जाते हैं।
वर्ग | पुरस्कारों की संख्या | प्रत्येक पुरस्कार राशि |
विश्वविद्यालय/+परिषद | 1 | रु. 3,00,000/- |
आगामी विश्वविद्यालय | 1 | रु. 2,00,000/- |
कार्यक्रम अधिकारी | 10 | रु. 70,000/- |
एनएसएस इकाई | 10 | रु. 1,00,000/- |
एनएसएस स्वयंसेवक | 30 | रु. 50,000/- |
NSS समुदाय सेवा में विभिन्न पहलू शामिल किए गए हैं
- गहन विकास कार्य के लिए गांवों और शहरी बस्तियों को अपनाना
- चिकित्सा- सामाजिक सर्वेक्षण करना
- चिकित्सा केंद्रों की स्थापना
- जन टीकाकरण कार्यक्रम
- स्वच्छता अभियान
- समुदाय के कमजोर वर्गों के लिए प्रौढ़ शिक्षा कार्यक्रम
- रक्तदान
- अस्पतालों में रोगियों की सहायता
- अनाथालयों और शारीरिक रूप से नि:शक्त व्यक्तियों की सहायता करना इत्यादि।
राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों ने प्राकृतिक आपदाओं जैसे चक्रवात, बाढ़, सूखा, भूकम्प, सुनामी इत्यादि के दौरान पूरे देश में समय-समय पर सराहनीय राहत कार्य किया है। एवं करता रहता है।
National Service Scheme (NSS) के छात्रों ने सामाजिक बुराईयों को दूर करने और राष्ट्रीय रूप से स्वीकृत उद्देश्यों जैसे कि राष्ट्रवाद, धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक सौहार्द, लोकतंत्र, और वैज्ञानिक पृवत्ति के विकास को लोकप्रिय बनाने के लिए अभियानों का आयोजित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
यह भी पढ़े
NRLM – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन |
राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम |
एकीकृत बाल विकास कार्यक्रम |
गूगल स्टार्टअप स्कूल इंडिया 2023 |