NPS Vatsalya Pension Yojana: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2024 में नेशन पेंशन स्कीम के तहत – NPS ‘वात्सल्य’ योजना का ऐलान किया। इस योजना का मुख्य उद्देश्य माता-पिता को अपने बच्चों के भविष्य के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने का एक साधन देना है। यह योजना बच्चों के बड़े होने पर उनकी फाइनेंशियल सिक्योरिटी सुनिश्चित करने में मदद करेगी।
NPS ‘वात्सल्य’ योजना की मुख्य विशेषताएँ
- बच्चों की पेंशन का इंतजाम:
- इस योजना के तहत माता-पिता अपने बच्चों के लिए NPS खाते में निवेश कर सकते हैं।
- बच्चों के बालिग होने पर (18 साल की उम्र में) यह खाता नियमित NPS खाते में बदल जाएगा।
- विकल्प के तौर पर, बच्चे के 18 साल का होने पर इस योजना को नॉन-NPS स्कीम में भी बदला जा सकता है।
- लॉन्ग-टर्म निवेश के फायदे:
- NPS योजना बच्चों के रिटायरमेंट फंड को बनाने में मदद करती है।
- इसमें निवेशकों को उच्च रिटर्न प्राप्त करने के लिए स्टॉक और बॉन्ड जैसे बाजार से जुड़े इंस्ट्रूमेंट में निवेश करने का विकल्प मिलता है।
- उदाहरण के लिए, यदि आपका बच्चा 3 साल का है और आप इस योजना में 10,000 रुपये की SIP (सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) करते हैं, तो 14.28 प्रतिशत ब्याज पर बच्चे के 18 साल का होने पर लगभग 63 लाख रुपये का फंड जमा हो सकता है।
PM वात्सल्य योजना के मुख्य बिंदु
मुख्य बिंदु | विवरण |
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योजना का नाम | NPS ‘वात्सल्य’ योजना |
योजना का उद्देश्य | माता-पिता को अपने बच्चों के भविष्य के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना |
बच्चों की पेंशन का इंतजाम | – माता-पिता अपने बच्चों के लिए NPS खाते में निवेश कर सकते हैं। 18 साल की उम्र में खाता नियमित NPS खाते में बदल जाएगा। विकल्प के तौर पर नॉन-NPS स्कीम में बदला जा सकता है |
लॉन्ग-टर्म निवेश के फायदे | – रिटायरमेंट फंड को बनाने में मदद, उच्च रिटर्न के लिए स्टॉक और बॉन्ड में निवेश का विकल्प |
उदाहरण | 10,000 रुपये की SIP पर 14.28% ब्याज दर से 18 साल की उम्र में 63 लाख रुपये का फंड जमा हो सकता है |
वित्तीय सुरक्षा | बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करना |
लचीलापन | – खाते को नियमित NPS या नॉन-NPS स्कीम में बदलने का विकल्प |
लॉन्ग-टर्म ग्रोथ | बाजार से जुड़े इंस्ट्रूमेंट में निवेश, जो लंबे समय में अच्छा रिटर्न देने की क्षमता रखता है |
प्राइवेट सेक्टर के लिए बदलाव | NPS कॉन्ट्रीब्यूशन लिमिट को 10% से बढ़ाकर 14% किया गया |
मुद्रा लोन की लिमिट में बढ़ोतरी | मुद्रा लोन की लिमिट बढ़ाकर 20 लाख रुपये कर दी गई |
निष्कर्ष | बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए प्रभावी योजना; प्राइवेट सेक्टर और छोटे उद्यमियों के लिए भी महत्वपूर्ण बदलाव |
योजना का आवेदन कहा भरे | SBI बैंक, पोस्ट ऑफिस बैंक |
NPS ‘वात्सल्य’ योजना के लाभ
- वित्तीय सुरक्षा:
- इस योजना के माध्यम से माता-पिता अपने बच्चों के भविष्य को सुरक्षित कर सकते हैं, जिससे बच्चों को बड़े होने पर वित्तीय चिंताओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।
- लचीलापन:
- माता-पिता के पास विकल्प होता है कि वे बच्चे के 18 साल की उम्र के बाद खाते को नियमित NPS में बदल सकते हैं या फिर नॉन-NPS स्कीम में ट्रांसफर कर सकते हैं।
- लॉन्ग-टर्म ग्रोथ:
- योजना के तहत निवेश किए गए फंड को बाजार से जुड़े इंस्ट्रूमेंट में निवेश किया जाता है, जो लंबे समय में अच्छा रिटर्न देने की क्षमता रखता है।
प्राइवेट सेक्टर के लिए महत्वपूर्ण बदलाव
बजट 2024 में वित्त मंत्री ने प्राइवेट सेक्टर के एम्प्लॉयर्स के लिए NPS कॉन्ट्रीब्यूशन लिमिट को भी बढ़ा दिया है। पहले यह लिमिट एम्प्लॉई की बेसिक सैलरी के 10% तक थी, जिसे अब 14% कर दिया गया है। यह बदलाव कर्मचारियों के रिटायरमेंट फंड को और मजबूत बनाने में मदद करेगा।
मुद्रा लोन की लिमिट में बढ़ोतरी
इसके अलावा, बजट 2024 में मुद्रा लोन की लिमिट को भी बढ़ाकर 20 लाख रुपये कर दिया गया है। यह छोटे उद्यमियों और स्टार्टअप्स को आर्थिक सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
निष्कर्ष
NPS ‘वात्सल्य’ योजना बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए एक प्रभावी कदम है। इस योजना के तहत माता-पिता अपने बच्चों के लिए एक मजबूत वित्तीय आधार बना सकते हैं, जिससे बच्चों को भविष्य में आर्थिक चिंताओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके अलावा, प्राइवेट सेक्टर के एम्प्लॉयर्स के लिए NPS कॉन्ट्रीब्यूशन लिमिट में बढ़ोतरी और मुद्रा लोन की लिमिट में वृद्धि, आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए उठाए गए महत्वपूर्ण कदम हैं।