Rajasthan horticulture department Scheme : कृषि क्षेत्र विकास के लिए बागवानी उद्यानिकी एक बहुत लाभदायक व्यवसाय है तथा इससे राज्य एवं देश में लोगो को पोषण सुरक्षा भी मिलती है। पिछले कई वर्षो में राजस्थान की जनसंख्या में बढ़ोतरी हुई है, जिससे पोषण की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए बागवानी फसलों राजस्थान उद्यान विभाग योजनाए के सहयोग से उत्पादन में वृद्धि की बहुत आवश्यकता है।
राजस्थान उद्यान विभाग की प्रमुख योजनाए
स्वस्थ आहार एवं पोषण के लिए लोगो द्वारा फलों और सब्जियों की मांग बढ़ती जा रही है। किसानों को नगद आय के लिए पारंपरिक खेती से बागवानी फसलों की व्यावसायिक खेती में बदलाव करने की आवश्यकता है। लोगो द्वारा बागवानी फसलों की बढ़ती मांग के कारण किसानो के पास आय में वृद्धि करने का अच्छा मौका है।
उद्यानिकी राजस्थान योजनाओ का उद्देश्य
राजस्थान उद्यान विभाग की प्रमुख योजनाए (rajasthan horticulture subsidy scheme) का मुख्य उद्देश्य राज्य में बागवानी फसलों के उत्पादन को बढ़ाना है।
राज्य के द्वारा संचालित योजनाएँ
उद्यानिकी योजना लिस्ट (Rajasthan horticulture Subsidy Scheme) |
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जल स्रोत निर्माण या वर्षा जल संचयन के लिए राष्ट्रीय बागवानी मिशन अथवा आरकेवीवाई के तहत अनुदान हेतु आवेदन |
सौर ऊर्जा आधारित पंप संयंत्र पर अनुदान के लिए आवेदन फार्म |
नर्सरी या शीत भंडारण या पैक हाउस या बीज इन्फ्रास्ट्रक्चर या बीज उत्पादन हेतु एनएचएम अथवा आरकेवीवाई के तहत के लिए आवेदन |
जैविक खेती वर्मी कम्पोस्ट यूनिट के लिए राष्ट्रीय बागवानी मिशन अथवा आरकेवीवाई के तहत आवेदन) |
राष्ट्रीय बागवानी मिशन अथवा आरकेवीवाई के तहत ग्रीन हाउस या शेड नेट की स्थापना के लिए अनुदान हेतु आवेदन |
नये फल बगीचों की स्थापना के लिए राष्ट्रीय बागवानी मिशन आरकेवीवाई के तहत आवेदन |
ग्रीन हाउस व शेडनेट में हाई वैल्यू वेजिटेबल एव फूलो की रोपण सामग्री के लिए अनुदान |
मधुमक्खी पालन के लिए अनुदान |
उधानिकी में यात्रिकरण के लिए अनुदान |
लो-टनल / एन्टीबर्ड नेट / वाक इन टनल के लिए अनुदान |
प्लास्टिक मल्चिंग के लिए अनुदान |
किसान परिवार के मुखिया द्वारा फर्टीगेशन, फोलियर उर्वरकीकरण एवं ऑटोमेशन योजना के तहत सूक्ष्म सिंचाई संयंत्र के अनुदान हेतु आवेदन पत्र |
ड्रिप सिंचाई पर बागवानी सब्सिडी |
माइक्रो स्प्रिंकलर पर बागवानी सब्सिडी |
मिनी स्प्रिंकलर पर बागवानी सब्सिडी |
रेनगुन पर बागवानी सब्सिडी |
बागवानी – ग्रीन हाउस पर सब्सिडी |
बागवानी – ड्रिप स्प्रिंकलर निर्माताओं के लिए पंजीकरण |
बागवानी – शेड नेट पर सब्सिडी |
एंटी बर्डनेट/वॉक इन टनल पर सब्सिडी |
बागवानी – कम टनल पर सब्सिडी |
उद्यानिकी-नए बाग की स्थापना |
बागवानी – प्लास्टिक मल्च पर सब्सिडी |
उद्यानिकी – सोलर पम्प सेट पर अनुदान |
बागवानी – कम लागत वाली प्याज भंडारण संरचना पर सब्सिडी |
केंद्र एवं राज्य सरकार की उद्यानिकी योजनाए
Rajasthan & Central Govt horticulture Department Subsidy Scheme |
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समन्वित फसलोत्तर प्रबध्ंन |
बाजार के बुनियादी ढांचे का सृजन/विकास |
पुराने बगीचों का जीर्णोद्धार |
सौर ऊर्जा पम्प परियोजना (कम्पोनेन्ट ‘बी’) – पी एम कुसुम |
मसाला फसलों का नया क्षेत्र विस्तार |
नये फल बगीचों की स्थापना |
मधुमक्खी पालन |
मशरूम उत्पादन |
ड्रिप सिंचाई उर्वर्कीकरण, पर्ण उर्वर्कीकरण एवं स्वचालन |
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (सूक्ष्म सिंचाई योजना) |
बाजार के बुनियादी ढांचे का सृजन/विकास |
जलस्रोतों का विकास |
फूलों के नये बगीचों की स्थापना |
राष्ट्रीय बागवानी मिशन – पौध रोपण सामग्री का उत्पादन |
समन्वित कीट/पौषक तत्व प्रबंध को बढ़ावा |
वर्मी कम्पोस्ट इकाई |
राष्ट्रीय उद्यानिकी मिशन – उद्यानिकी में यांत्रिकरण |
जैविक खेती (Organic Farming) |
राष्ट्रीय उद्यानिकी मिशन- संरक्षित कृषि |
बागवानी उद्यानिकी योजनाओ में ऑनलाइन आवेदन
उद्यानिकी विभाग की सभी योजनाओ (Rajasthan horticulture Subsidy Scheme) के आवेदन ई मित्र कीओस्क सेण्टर (E Mitra Kiosk) पर ऑनलाइन भरे जायेंगे।
- छत्तीसगढ़ उद्यानिकी बागवानी विभाग की प्रमुख योजनाएं
- झारखण्ड उद्यानिकी विभाग की प्रमुख योजनाएं
- उद्यानिकी विभाग मध्यप्रदेश की प्रमुख योजनाएं
- एमपी देसी गाय योजना
- आंगनवाड़ी भर्ती Online Form
उद्यानिकी योजनाओ के लिए जलवायु
राजस्थान की जलवायु परिस्थितियाँ विभिन्न प्रकार की बागवानी फसलों की खेती की जा सकती है। राज्य में विशेषकर बीज मसाले को उगाने के लिए जलवायु अच्छी हैं। बीज मसालों के उत्पादन में राजस्थान का देश में अग्रणी स्थान है।
Rajasthan बागवानी फल की खेती
राजस्थान में मुख्यतः किन्नू, मैंडरिन और आंवला का उत्पादन ज्यादा किया जाता है। शुष्क और ठंडी जलवायु में उत्पादित निर्यात गुणवत्ता वाला किन्नू का उत्पादन बढ़ा है। अमरूद, अनार, बेल, बेर और लहसूआ अन्य फल हैं जिनकी राज्य की जलवायु में खेती की बहुत संभावना है। जलवायु परिस्थितियों में यह विविधता राज्य में फल फसलों की खेती में सहायक है।
बागवानी उद्यानिकी सब्ज़ियो की खेती
राजस्थान में पुरे वर्ष विभिन्न प्रकार की सब्जियों का उत्पादन किया जाता है और इसमें प्याज, टमाटर, मटर, आलू और तरबूज, खरबूजा, करेला, शिमला मिर्च टमाटर, खीराऔर गोल लौकी जैसी ककड़ी सब्जियों का बड़े पैमाने पर उत्पादन होता है।
राजस्थान में मसाले की खेती
राज्य के मसालों की महक एशिया और यूरोप में लोकप्रियता हासिल कर रहे हैं। मसालो के तीखे स्वाद के कारण राज्य के मसालों की मांग ज्यादा है। जोधपुर की लाल मिर्च यूरोपीय व्यंजनों में स्वाद भर रही है। इसके अलावा, राज्य में लहसुन, मिर्च, सौंफ और अजवाइन का बड़ा उत्पादन होता है।
उद्यानिकी औषधीय और सुगंधित पौधे
राजस्थान राज्य में उगाए जाने वाले औषधीय और सुगंधित पौधों में इसबगोल, सोनामुखी, अश्वगंधा और मेहंदी महत्वपूर्ण फसलें हैं, राज्य की जलवायु स्थिति सोनामुही और अश्वगंधा के प्राकृतिक विकास के लिए अनुकूल जलवायु है।
राजस्थान बागवानी फूल की खेती
अजमेर ने दुनिया को अपने गुलाबों की सुगंध से भी मोहित किया है, अजमेर में पुष्कर से गुलाब का प्रसंस्करण योग्य फूल उत्पादन और चित्तौड़गढ़ में हल्दीघाटी में गुलाब उगाने की बहुत ज्यादा क्षमता है।
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