मध्य प्रदेश सरकार द्वारा 2023 में शुरू की गई “मुख्यमंत्री सहकारी दुग्ध उत्पादन प्रोत्साहन योजना” (MP Sahakari Dugdh Utpadan Protsahan Yojana) किसानों के लिए एक वरदान साबित हुई है। इस योजना के तहत, किसानों को प्रति लीटर दूध पर ₹2 से ₹5 तक प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
सहकारी दुग्ध उत्पादन प्रोत्साहन योजना
इस योजना का उद्देश्य दूध उत्पादन को बढ़ावा देना और किसानों की आय में वृद्धि करना है। योजना के तहत, किसानों को निम्नलिखित लाभ मिलते हैं:
- प्रति लीटर दूध पर ₹2 से ₹5 तक प्रोत्साहन राशि
- दुग्ध उत्पादन के लिए प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता
- दुग्ध उत्पादों के लिए बाजार उपलब्ध कराना
MP Sahakari Dugdh Utpadan Protsahan Yojana पात्रता
इस योजना का लाभ उठाने के लिए, किसानों को निम्नलिखित पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा:
- वे मध्य प्रदेश के निवासी होने चाहिए।
- उनके पास पंजीकृत दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति (डीएमसीएस) की सदस्यता होनी चाहिए।
- उनके पास कम से कम एक गाय या भैंस होनी चाहिए।
MP सहकारी दुग्ध उत्पादन प्रोत्साहन योजना दस्तावेज
योजना के तहत प्रोत्साहन राशि प्राप्त करने के लिए, किसानों को निम्नलिखित दस्तावेज जमा करने होंगे:
- डीएमसीएस की सदस्यता प्रमाण पत्र
- पशुधन टीकाकरण प्रमाण पत्र
- दूध उत्पादन का प्रमाण
- आधार कार्ड
- डिजिटल मूल निवास प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- बैंक खाता संख्या
- समग्र आईडी
योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए, किसान अपने नजदीकी डीएमसीएस या कृषि कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।
सहकारी दुग्ध उत्पादन प्रोत्साहन योजना के लाभ
- दूध उत्पादन में वृद्धि: इस योजना के तहत, किसानों को दूध उत्पादन के लिए प्रोत्साहन राशि दी जाती है, जिससे दूध उत्पादन में वृद्धि हुई है।
- किसानों की आय में वृद्धि: दूध उत्पादन में वृद्धि से किसानों की आय में भी वृद्धि हुई है।
- रोजगार सृजन: इस योजना से डेयरी क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं।
योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए, किसान अपने नजदीकी डीएमसीएस, जिला पशु चिकित्सालय या कृषि विभाग कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री सहकारी दुग्ध उत्पादन प्रोत्साहन योजना मध्य प्रदेश के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण योजना है। यह योजना किसानों को दूध उत्पादन के लिए प्रोत्साहित कर रही है और उनकी आय में वृद्धि कर रही है।