देश के किसानो की आय बढ़ाने के लिए सरकार की और से प्रयास किये जा रहे है। सरकार इसके लिए कई योजनाए संचालित करती है। जिससे किसानो को लाभ मिल सके। इसी के तहत किसनो के लिए एक ऐसी योजना शुरू की गयी है। जिसके द्वारा किसान अपनी खेती करने की थोड़ी सी जगह पर बेकयार्ड पोल्ट्री फार्मिंग (backyard poultry farming) कर सकते है। बता दे की सरकार मुर्गी पालन योजना (Murgi Palan Yojana) के तहत सब्सीडी देती है। किसान अपनी खेती के साथ पोल्ट्री फार्मिंग का बिजनेस (poultry farm ka business) कर सके। इसके लिए सरकार द्वारा अनुदान सहायता प्रदान की जाती है।
किसान अपनी खेती के साथ मुर्गी पालन कर सकते है। इससे उनकी आय में काफी मुनाफा होगा। हम यहाँ मुर्गी पालन, बेकयार्ड कुक्कुट, बटेर या बतख पालन योजना और पोल्ट्री फार्म पर मिलने वाली सब्सिडी के बारे में जानकारी दे रहे है, ताकि आप इस योजना का लाभ उठा सके।
मुर्गी पालन कैसे करते है (Murgi palan kaise kare)
किसानो के लिए कृषि के साथ अतिरिक्त आमदनी के लिए पशुपालन या कुक्कुट पालन एक बेहतरीन विकल्प है। कृषक अपने खेत की खली जगह पर मुर्गी पालन करके लाभ कमा सकते है। अपने खेत के बाड़े या खलिहान के आस-पास की खाली जगह पर किसान आसानी से मुर्गी पालन कर सकते है। जिससे उनकी आय बढ़ने के साथ किसानो को आर्थिक लाभ मिलेगा।
खेत के आस पास मुर्गी पालन करने से किसानो को कुक्कुट फीड की आवश्यकता नहीं होगी। क्योकि मुर्गिया खेत के पास घास और किट से आपना खान पूर्ति कर लेगी। जिससे किसानो को मुर्गी फीड खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी। किसान कम मेहनत कर अधिक लाभ कमा सकते है।
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Key highlights Murgi Palan Yojana
योजना का नाम | मुर्गी पालन योजना |
विभाग | पशुपालन विभाग |
राज्य | सभी राज्य |
योजना का उद्देश्य | मुर्गी पालन को बढ़ावा देना |
लाभार्थी | सभी आवेदनकर्ता |
आधिकारिक वेबसाइट | www.dahd.nic.in |
कुक्कुट पालन पर सब्सिडी कितनी मिलती है
मुर्गी पालन, बतख पालन या बटेर पर सरकार द्वारा अलग-अलग सब्सिडी (kukut palan loan subsidy) दी जाती है यह राज्य पर निर्भर करता है की कितनी सब्सिडी दी जाये। योजना के तहत सामान्य वर्ग के लिए 75 प्रतिशत सब्सिडी तथा अनुसूचित जाति और जनजाति के उम्मीदवारों को 90 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाती है।
राज्य सरकारों द्वारा तय की गयी लागत
सभी राज्यों की पशुधन विभाग द्वारा कुछ लागत अलग हो सकती है। अधिकतर राज्यों में 28 दिवसीय 40 या 45 कुक्कुट/ बत्तख के चूजे अथवा 80 बटेर के चूजे के लिए 3,000 रुपए की लागत होती है। जिस पर सामान्य वर्ग को 75 प्रतिशत यानि 2,250 रुपए और अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के लिए 90 प्रतिशत यानि 27,00 रुपए की सब्सिडी दी जाती हैं।
लेकिन जो व्यक्ति गरीबी रेखा से निचे आते है मुर्गी पालन में उनको सरकार द्वारा पूरी 100 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है साथ ही कुक्कुट फीड और पानी बर्तन के लिए अलग से सरकार द्वारा राशि दी जाती है।
Poultry farm scheme in mp – मुर्गी पालन योजना मध्यप्रदेश में कड़कनाथ चूजे सब्सिडी पर प्रदान किये जाते है जिस पर बिना लिंग भेद के 28 दिवसीय 40 कडकनाथ चूजे दिए जाते है। सरकार द्वारा सभी वर्ग के हितग्राहियो को 75 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाती है बाकि 25 प्रतिशत स्वयं हितग्राही को वहन करना होगा।
बेकयार्ड मुर्गी पालन पर आवास सब्सीडी
बेकयार्ड कुक्कुट मुर्गी पालन वितरण योजना के अंतर्गत कुक्कुट आवास के लिए कोई सब्सिडी नहीं दी जाती है। इनके रखरखाव के लिए कोई दूसरी सहायता नहीं दी जाती है। आप अपने घर या खेत पर इनकी देखभाल कर सकते है।
मुर्गी पालन से कितना लाभ मिलेगा
पशुपालन विभाग द्वारा 28 दिवसीय 40 या 45 कुक्कुट के चूजे दिए जाते है। इन चूजों द्वारा 5 माह के बाद औसतन 10 से 15 अंडे प्रतिदिन मिलते है। जिनका मूल्य बाजार में 10 रुपये के हिसाब से विक्रय किया जाता है। तथा 3 माह के भीतर ही मुर्गियों का भार दो से ढाई किलो हो जाता है जिनको आप प्रति नग 700 से 800 के भाव से बेच सकते है।
पोल्ट्री फार्मिंग बिजनेस कर लाखो कमाएं
मुर्गी पालन या पोल्ट्री फार्मिंग कर आप घर बैठे लाखो की कमाई कर सकते है। आज के समय ग्रामीण क्षेत्र के युवाओ के लिए अच्छा मौका है। घर के पास या खेत पर छोटा मुर्गी पालन का शेड बनाकर कमाई शुरू की जा सकती है। पोल्ट्री फार्म बिजनेस शुरू करने के लिए कई बैंक लोन देते है। साथ ही सरकार सब्सीडी भी देती है।
मुर्गी फार्म बनाने में कितना खर्च आता है
आप बड़े लेवल पर मुर्गी पालन करना चाहते है तो आपको 50,000 से तीन लाख तक का खर्च आएगा। इसके लिए आपको बैंक से ऋण सहायता मिल जाएगी।
अगर आप छोटे लेवल से शुरू करना चाहते है तो आप 30 से 40 चूजों से शुरू कर सकते है, चूजों का फीड और पानी के बर्तन के साथ कुल खर्च बहुत कम होता है। आप 10,000 रुपये से कम खर्च में यह व्यवसाय शुरू कर सकते है।
पोल्ट्री फार्मिंग के लिए लोन कैसे ले (murgi palan loan yojana)
मुर्गी पालन या कुक्कुट पालन (kukkut palan yojana) के लिए आप कोई भी सरकारी बैंक से लोन ले सकते है। पोल्ट्री फार्मिंग पर अधिकांश राज्य सरकार 25 से 30 फीसदी अनुदान देती है। पोल्ट्री फार्म के लिए कुछ सरकारी और प्राइवेट बैंक भी लोन देते है। यहीं निचे कुछ बेंको की लिस्ट दी गयी है जो पोल्ट्री फार्म पर ऋण देती है। नाबार्ड के माध्यम से भी ग्रामीण समूहों को लोन दिया जाता है।
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI)
- बैंक ऑफ इंडिया (BOI)
- आईसीआईसी बैंक(ICIC Bank)
- एचडीएफसी बैंक
- आईडीबीआई बैंक(IDBI)
- फेडरल बैंक
- पंजाब नेशनल बैंक (PNB)
मुर्गी फार्म के लिए कितना बैंक लोन मिल सकता है
स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया 5 हजार मुर्गी के फार्म के लिए 3 लाख रुपये का लोन देती है। पोल्ट्री शेड बनाने के लिए अधिकतम 9 लाख रुआपये का लोन बैंक दे सकती है। बैंक लोन लेने के लिए आपको पोल्ट्री प्रोजेक्ट की सभी जानकारी, उपकरणों की जानकारी, जमीन की जानकरी देना होगा। बैंक लोन के भुगतान के लिए आपको 5 वर्ष की समय सीमा दी जाती है। जो की एक वर्ष और बड़ाई जा सकती है।
मुर्गी पालन में कितनी कमाई होगी
यदि आपके पास 1000 मुर्गियाँ है एक मुर्गी 290 अंडे प्रतिवर्ष के हिसाब से कुल 2,90000 अंडे मिलते है। कुछ अंडे ख़राब होने पर 2, 50000 अंडो को प्रति एक अंडा 6 रुपये की दर से बेचने पर 15 लाख रुपये की कमाई अंडे से कर सकते है। अगर आप मुर्गो को बेचते है तो आपको और भी ज्यादा कमाई होंगी।
पोल्ट्री फार्म बिजनेस के लिए प्रक्षिक्षण कहा से ले आप
आप जिला स्तर या राज्य स्तर पर पशुपालन विभाग के द्वारा आयोजित होने वाले प्रक्षिक्षण में भाग ले सकते है। जिला पशुपालन विभाग द्वारा प्रति छः माह के बाद मुर्गी पालन पर प्रक्षिक्षण दिया जाता है।
अपने राज्य पशुपालन विभाग से सम्पर्क कर मुर्गी पालन योजना का लाभ ले सकते है।
I’m interested
Good news sir me bhi murgi paln karna chahta hu