पोल्ट्री फार्म की जानकारी आज हमारे देश की बढ़ती हुई आबादी के सामने पौष्टिक आहार, रोजगार एवं अर्थ व्यवस्था की भारी समस्या है। इन समसायो के लिए अनेकों प्रकार के प्रयास किए जा रहे है। उन्ही प्रयासों में एक मुर्गी पालन योजना को अपना ने का प्रयास किया जा रहा हैं। जिससे लोग अपना स्वयं का मुर्गी पालन व्यावसाय शुरू कर सके।
Poultry Farming Business
यह एक ऐसा धंधा है जिसे गरीब या अमीर कोई भी व्यक्ति छोटे या बड़े पैमाने पर गावो या शहरों में कम पूंजी, थोड़ी जमीन और कम मेहनत से कर सकते हैं। इसकी देख-रेख घर की औरते या बच्चे शौक से कर सकते है। इसके पालने से ताजा अंडे और मांस प्राप्त होते है जो पोषितिकता से भरपूर होते हैं। इसमें प्रोटिन की मात्रा अधिक होती हैं जो हमारे लिए पोषक तत्व की कमी को पूरा करते हैं आज मंहगाई के दिनों में तथा मिलावट के समय में जहा कोई भी वस्तु शुद्ध नहीं मिलती है वहा अण्डा ही एक ऐसा प्रदार्थ है जिसमे मिलावट संभव नहीं है सस्ता भी हैं। यही कारण की इन दिनों अंडे और मांस की मांग दिनों दिन बढ़ती जा रही है। इसलिए मुर्गीपालन को वेवसाय्यें के रूप मै अपनाकर यानी मुर्गी फार्म खोलकर अधिक से अधिक धन कमाया जा सकता है।
योजना का नाम | मुर्गी पालन योजना |
विभाग | पशुपालन विभाग |
मुर्गी नस्ल | देशी मुर्गा, कड़कनाथ, असेल नस्ल, कामरूप नस्ल |
योजना का उद्देश्य | लोगो को मुर्गी व्यवसाय में लाभ पहुंचाना |
लाभार्थी | सभी मुर्गी पालक |
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मुर्गी पालन व्यवसाय (Murgi Palan Bussines)
Poultry Farming Business: मुर्गी पालन का धंधा कोई नया धंधा नहीं हैं। यह गावो और शहरों में पहले से चला आ रहा हैं। इसका धंधा विशेषकर सभी वर्गो के बीच फैला हुआ है। इसको लोग अंडे, मांस और मनोरंजन के लिए पालते हैं। इसके पालने में उन्हें कोई खर्च नही होता है क्योंकि ये मुर्गियां घर आंगन में बिखरी पड़ी अनाजों या अनाज की छाटन या फटकन या बेकार फिकर हुए साग सब्जियों के टुकड़े या बचा खुचा भोजन या झूटन खाकर अपना पेट भर लेती हैं। इससे अण्डा और मांस का उत्पादन होता है और मुर्गी पालकों को धन की प्राप्ति हैं। परंतु उनकी मुर्गियां देशी होती हैं जो काम अंडे और मांस देती हैं। इससे उनकी आमदनी कम होती है। उन्हें देशी के बदले अच्छी नस्ल की अधिक अंडे मांस देने वाली मुर्गियों को पालना चाइए इससे उन्हें अधिक अंडे और मांस मिलगे जिसे बेचकर वे अपनी आमदनी बड़ा सकेगे।
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मुर्गी फार्म खोलने का तरीका
Poultry Farm Business Plan: मुर्गी पालन का धंधा, यह एक प्रकार का अच्छा धंधा है एवं अति लाभकारी है। इससे कम पुजी, कम श्रम कम समय में अत्यधिक धन उत्पजिर्त किया जा सकता हैं। इसके लिए अच्छे नस्ल की अधिक अण्डा और मांस देने वाली मुर्गियों का पालन पोषण वैज्ञानिक तरीके से किया जाए। इससे प्रतिदिन अंडे की होगी जिसे बेचकर दैनिक आमदनी किया जा सकेगा। मांस वाली मुर्गियों को 1या 2 माह पलकर बेच दिया जाने पर वर्ष भर में 5 से 6 बार धन कमाया जा सकता है। poultry farm business घर, आंगन आदि छोटे या जगह की उपलब्धता के अनुसार सुगमता पूर्वक किया जा सकता है। इसकी सफलता लगन, उत्साह, धैर्य कुशलता एवम दक्षता पर निर्भर करता है। इसके पालन मैं समुचित प्रबधन महत्वपूर्ण है।
मुर्गी पालन में अधिक सावधानी
मुर्गियों के ऊपर उनके रहने के स्थान, हवा पानी, खाना-पान, सर्दी गर्मी, हिसक जतुओ, रोग वाधिया इत्यादि का बहुत बुरा प्रभाव पड़ता हैं। इसलिए इन विषयों का पूरा ज्ञान होना आवश्यक हैं। अन्नायथा जानकारी के अभाव में अनेकों प्रकार की समस्याए खड़ी हो जाती है। दूसरो का सहारा लेना पड़ता हैं जो आवश्यकता के समय कभी उपलब्ध होता है अन्यथा कभी देर या कभी नही। इसलिए मुर्गियों के आचरण, रहन सहन, खान पान, बीमारियों एवं इनके उपचार इत्यादि के बारे मे ज्ञान होना चाहिए ताकि इन विषयों पर उठी समस्याओ का समाधान उचित समय पर एवम शीघ्र किया जा सके।
कड़कनाथ पोल्ट्री फार्म
कड़कनाथ मुर्गी पालन आज के समय बहुत ही ज्यादा फायदे का बिजनेस है। कड़कनाथ मुर्गे की मांग देश और विदेश में बढ़ रही है। इसमें फेट नाम मात्र का होता है, एवं इसका चिकन काला होता है। जो इसको खास बनाता है। प्रति मुर्गे की कीमत 800 से 900 रु होती है। कड़कनाथ मुर्गी के अंडे का मूल्य 40 से 50 रु होता है। कड़कनाथ मुर्गे की प्रजाति मध्यप्रदेश झाबुआ जिले में पायी जाती है।
देसी मुर्गा पोल्ट्री फार्म
देसी मुर्गी फार्म आप कम पैसे में शुरू कर सकते है। आप घर के बाड़े में या खेत पर देसी मुर्गी पोल्ट्री फार्म बना सकते है। इसको बनाने में खर्चा भी कम लगता है। पियोर गांव के देसी मुर्गे की कीमत 600 से 700 रु होती है। इससे आमदनी अच्छी होती है। देसी मुर्गे के चिकन का स्वाद टेस्टी होता है।
मुर्गी पालन व्यवसाय में होने वाला कुल खर्च
मुर्गी फार्म की जानकारी: मुर्गी पालन के लिए पोलेट्री फार्म खोलने मै होने वाले कुल खर्च को सही आकलन बताना मुश्किल है क्योंकि यह मुर्गियों को संख्या और मुर्गियों की अलग-अलग प्रजातिया और नस्लों पर निर्भर करती है क्योंकि छोटे और बड़े मुर्गी फार्म मै अलग अलग खर्चा लगता है। क्योंकि देशी मुर्गी के चूजे 40 से 50 रु तक में मिलते है। भारत मै हर जगह इसका मूल्य अलग होता है। छोटा मुर्गी फार्म खोलने में 2 से 3 लाख तक खर्च आता हैं। बड़ा मुर्गी का फार्म खोलने में 8 से 12 लाख रुपये लग सकते है।
कितनी मुर्गी से शुरु करे फार्म (Start a farm with how much poultry)
Murgi palan के इस business को छोटे स्तर कम से कम 500 से लेकर 1000 मुर्गियों के एक छोटे लेयर फार्मिंग की शुरुआत कर करते हैं तो अच्छा रहता है बाकी इससे छोटा या बड़ा मुर्गी फार्म खोलना आपकी आर्थिक स्थिति पर निर्भर करता है।
मुर्गी फार्म के लिए लोन और सब्सिडी (Loan and Subsidy for murgi farm)
Murgi Palan loan: Murgi farm के लिए आप किसी भी सरकारी बैंक से लोन ले सकते हैं। Sbi बैंक इस काम के लिए कुल लागत का 75 परसेंट तक लोन देता है. Sbi से ज्यादा से ज्यादा आप 9 लाख रुपये तक का कर्ज ले सकते हैं। एसबीआई लोन को 5 साल में चुकाना होता है। अगर किसी वजह से 5 साल में लोन नहीं चुका पा रहे हैं तो 6 महीने का और समय दिया जाता है Murgi farm के लिए सरकार 25 परसेंट तक सब्सिडी देती है. एससी/एसटी वर्ग के लिए यह सब्सिडी 35 फिसदी तक है। नाबार्ड Murgi palan पर सब्सिडी देता है।
मुर्गी पालन उपकरण (Poultry Farm equipment)
Murgi Farm -हमें चूजो और मुर्गियों को दाना देने के लिए कुछ उपकरण की जरूरत होगी जिन्हें आप उदाहरण से समझ सकते हैं मुर्गी पालन उपकरण की क़ीमत लिस्ट से समझ सकते हैं। प्रत्येक 90-100 चूजो के लिए 3 से 5 पोल्ट्री फीडर और 3 से 5 ही पानी के पात्र आवश्यक होते हैं। ये पात्र मैन्युअल और ऑटोमेटिक दोनों तरह के आते हैं
चीज | मात्रा | मूल्य (लगभग रूपए) |
पोल्ट्री फीडर | 6-10 | 600-1200 |
चिकन ड्रिंकर | 6-10 | 400-800 |
बेबी चिक फीडर | 5-11 | 500-1000 |
पोल्ट्री वैक्सीनेटर | 11-20 | 5000-8000 |
डीबीकर | 1-3 | 4500-7000 |
पिंजरा | 12-20 | 1500-3000 |
Total | 41-74 | लगभग 12500-21000 |
पोल्ट्री फार्म के जमीन की व्यवस्था करना (chicken farm land)
जब लोन प्राप्त हो जाए और पैसों की सभी व्यवस्था हो जाए उसके उपरांत हमें Murgi Palan के लिए जमीन की व्यवस्था करनी होगी और कोशिश करनी होगी कि मार्केट के पास जमीन की व्यवस्था हो जाए अगर मार्केट के पास जमीन की व्यवस्था ना हो तो जमीन ऐसी जगह ले जहां से आवागमन की अच्छी सुविधा हो जहां से आप आसानी से ग्राहक तक और ग्राहक आप तक पहुंच सके, साथ ही इस बात का विशेष ध्यान रखें कि जहा जमीन ले रहे हैं वहां पीने के पानी की पूरी व्यवस्था हो
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छप्पर की व्यवस्था करना (Shedding for Murgi Palan)
Poultry Farming for Beginners: Murgi Farm अगर आप 500 से 1000 मुर्गियों के लिए फार्म तैयार करते हैं तो आपको लगभग 800 से 1500 वर्गफीट जमीन की जरूरत पड़ती है। इतनी जगह का छप्पर तैयार करवाने में लगभग 40 से 50 हजार रु खर्च हो जाएंगे। ये रकम छप्पर की गुणवत्ता के अनुसार ऊपर निचे हो सकती है, और एक बड़ा स्टोर की भी आवश्यकता होगी , मुर्गियों का दाना पानी रखने के लिए तो इन सब में आपका 80 हजार से से एक लाख 40 हजार तक खर्च होंगे. 8-9 हजार रूपये तक पानी की व्यवस्था के लग जायेगें
मुर्गी फार्म का रजिस्ट्रेशन कराना (Poultry Farm Registration)
आप को अपने poultry farm को MSME के द्वारा एक कंपनी के रूप में या MSME के ज़रिये पंजीकृत करें. एमएसएमई की सहायता से उद्योग आधार का पंजीकरण आसानी से हो जाता है उद्योग आधार में ऑनलाइन बहुत सरलता से पंजीकरण करा सकते हैं. ऑनलाइन पंजिकरण के लिए वेबसाईट www.udyamregistration.gov.in पर विजिट करें MSME से पंजीकृत करने पर लोन आसानी से मिलने में मदद होती है।
नाबार्ड परियोजना
नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डवलपमेंट (नाबार्ड) द्वारा तैयार मॉडल परियोजनाओं के मुताबिक, यदि आप पोल्ट्री ब्रोइलर मुर्गा फार्मिंग करना चाहते हैं और कम से कम 10 हजार मुर्गियों के साथ व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, तो आपको 4-5 लाख रुपए की व्यवस्था करनी होगी, जबकि आप से बैंक ऋण 75% यानी 27 लाख रुपये तक प्राप्त कर सकते हैं। यदि आप 10 हजार मुर्गियों के साथ कुक्कुट लेयर फार्मिंग यानी अंडा व्यवसाय करना चाहते हैं, तो आपको 10 से 12 लाख रुपये की व्यवस्था करनी होगी और बैंक आपको 40 से 42 लाख रुपये तक ऋण दे सकता है। नाबार्ड कंसल्टेंसी सेवा की मदद से बैंक में आसान NABARD Murgi Palan Poultry Farm ऋण प्रक्रिया के लिए भी की जा सकती है।
मुर्गी पालन से लाभ:- मुर्गी पालन के लाभ
खाद्य समस्या मैं सहयोग- अंडे और मांस से पोष्टिक तत्व जैसे प्रोटीन, विटामिन आदि मिलते हैं जिससे हमे तथा हमारे देशवासियों को पौष्टिक आहार की कमी को पूरा करने मै मदद मिलती हैं और इसके खाने से स्वास्थ्य ठीक रखा जा सकता हैं। इससे देश की खाद्य समस्या को सुलझाने में सहयोग मिल सकता है।
बेरोजगारी की समस्या में सहयोग
मुर्गीपालन के धंधे से खाने और बेचने के लिए ताजा अंडे और मांस प्राप्त होते है। इससे प्राप्त अडो और मांस को बेचने का काम करके अपने तथा देशवासियों के बेरोजगारी की समस्या को कुछ हद तक कम किया जा सकता हैं। इन दिनों विशेषकर सर्दी के मौसम में अंडे बेचने के धंधे में लगे अनेकों लोगो को देखा जा सकता है जिससे उन्हें अच्छी खासी आमदनी हो जाती है।
आर्थिक समस्या मे सहयोग
मुर्गी पालन से अधिक धन का लाभ कमाया जा सकता हैं यदि अधिक अंडे या मांस देने वाली मुर्गियां पाली जाए। इन दिनों बायलर पालन से बहुत कम समय में अधिक आमदनी की जा सकती हैं। यहां तक की सालभर में 5_6 बार बैच लेकर आर्थिक लाभ कमाकर अपने तथा देश की आर्थिक समस्या को हल करने में मदद पहुंचा सकते है।
खाद समस्या मे सहयोग
डीप लीटर में पलने वाले मुर्गियों के mal मूत्र से उनका बिछावन एक अच्छा खाद बन जाता हैं। इसके प्रयोग से खेतो की उपज बड़ाई जा सकती है।
मनोरंजन का साधन एवम समय का सदुपयोग
इसके पालन पोषण से मनोरंजन होता हैं अवकाश के समय का सदुपयोग होता हैं।
अन्य लाभ Murgi Palan-
- अपने घरों में अन्य कार्यों के साथ साथ मुर्गी पालन का काम किया जा सकता हैं।
- घर की औरते अथवा बच्चे इससे शौक से पाल सकते है।
- इसके देख रेख में कम श्रम की आवश्कता होती हैं।
- इसे कम पूंजी जमीन और कम मेहनत से अपनाया जा सकता हैं।
मुर्गी पालन से हानि
Murgi Palan में मुर्गियों की देख रेख करना बहुत आवश्यक है। अगर मुर्गियों की सही से देख रख ना हो तो वो मर जाती है। जिससे मालिक को बहुत से नुकसान होते हैं।
- सही से देख रेख ना होने पर
- समय पर दाना पानी नहीं मिलने पर
- टीकाकरण न करने पर
- पोल्ट्री फार्म का तापमान
मुर्गी पालन बचाव के उपाय
- यदि आप मुर्गी पालन में नुकसान या हानि से बचना चाहते है
- प्लॉटरी फार्म की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखे।
- इसके लिए पानी के बर्तन और खाने के बर्तन को एक दिन छोड़ साफ करे।
- मुर्गियों का टिका समय-समय पर लगाना बहुत जरुरी है।